समाज | 4-मिनट में पढ़ें
क्या Coronavirus XE varient बच्चों के लिए ज्यादा खतरनाक है?
भारत में कोरोना वायरस के XE वेरिएंट (Corona Virus XE Variant) की एंट्री से लोगों में दहशत फैलने लगी है. क्योंकि, कोरोना (Corona) की पिछली तीन लहरों में कोविड-19 वायरस का असर बच्चों (Children) पर कुछ खास नहीं पड़ा था. वहीं, हाल ही में दिल्ली, गाजियाबाद, नोएडा, गुरुग्राम में कोरोना के एक्टिव मामलों में काफी उछाल आया है.
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भारत में बूस्टर डोज और बच्चों की कोरोना वैक्सीन से जुड़ी 5 जरूरी अपडेट्स
भारत में कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron) से जुड़े कोविड मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओमिक्रॉन वेरिएंट के खतरे के बीच बुजुर्गों के लिए बूस्टर डोज (Precaution Dose) और बच्चों को कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) लगाने की घोषणा कर दी है.
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भारत में नही आएगी कोरोना की तीसरी लहर! जानिए क्या हैं वजहें
एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर कोरोना (Corona) की तीसरी लहर आती भी है, तो यह कोरोना की दूसरी लहर के जैसा भयावह प्रकोप (Coronavirus Third Wave) नहीं फैला पाएगी. बीते कुछ दिनों से भारत में कोरोना संक्रमण (Covid-19) के आंकड़े कम होते नजर आ रहे हैं.
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...तो केंद्र सरकार ने मान ही ली कोरोना टीकाकरण अभियान की सच्चाई!
राहुल गांधी के लोकसभा में पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए केंद्र सरकार ने कहा है कि अगस्त से दिसंबर के बीच 135 करोड़ वैक्सीन डोज उपलब्ध कराए जाने की उम्मीद है. इसी के साथ केंद्र सरकार ने ये भी माना कि कोरोना महामारी के उभरते हुए हालात को देखते हुए वैक्सीनेशन अभियान को पूरा करने की कोई समय सीमा निर्धारित नहीं की जा सकती है.
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Covid Vaccination के 6 महीने: मोदी सरकार के दावों से दूर ही नजर आ रही हकीकत!
कोरोना संकट के दौर में मोदी सरकार की शीर्ष थिंक टैंक संस्था नीति आयोग ने बीती 13 मई को लोगों के लिए एक राहत देने वाली घोषणा की थी. नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने दावा किया था कि भारत में अगस्त से दिसंबर के अंत तक 216 करोड़ वैक्सीन डोज उपलब्ध कराई जाएंगी. इसी के साथ वैक्सीन का पूरा रोडमैप भी जारी किया था.
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वैक्सीनेशन पर केंद्र सरकार के दावों से कोसों दूर नजर आ रही है हकीकत!
भारत में पांच एंटी कोविड वैक्सीन अभी भी ट्रायल फेज में हैं. बायो-ई सबयूनिट वैक्सीन की 30 करोड़ डोज अगस्त से दिसंबर के बीच मिलनी हैं, लेकिन यह वैक्सीन ट्रायल के आखिरी दौर में है. जायडस कैडिला और नोवैक्स भी ट्रायल फेज के तीसरे दौर में हैं. वहीं, भारत बायोटेक की नेजल वैक्सीन और जेनोवा की वैक्सीन भी ट्रायल के शुरुआती दौर में हैं.
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अगस्त से मिलेंगी 8 एंटी कोविड वैक्सीन, लेकिन लगेंगी कैसे?
भारत में 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों की संख्या करीब 98 करोड़ है. इनमें से 4.10 करोड़ को लोगों को एंटी कोविड वैक्सीन के दोनों डोज लगाए जा चुके हैं. इस लिहाज से भारत में 18+ की बची हुई 93.9 करोड़ आबादी के दोनों डोज के लिए 187.8 करोड़ एंटी कोविड वैक्सीन की डोज की जरूरत पड़ेगी.
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Sputnik-V vaccine की कीमत कम हो सकती है, लेकिन भारतीय टीकों के बराबर नहीं!
अभी भारतीय बाजार में Sputnik-V के टीके बड़ी संख्या में उपलब्ध नहीं हो सकेंगे. दरअसल, एक मई को भारत आई स्पूतनिक-V वैक्सीन की पहली खेप में डेढ़ लाख टीके ही भारत में आए थे. भारत में स्पूतनिक-V का निर्माण करने वाली कंपनी डॉ. रेड्डी लेबोरेटरी (Dr. reddy's laboratories) ने मई महीने के अंत तक इसकी 30 लाख टीकों की दूसरी खेप आने की बात कही है.
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